IND vs SA: साउथ अफ्रीका से भारत की हार, 56 दिन पुरानी गलती दोहराने की सजा?

मकसद तो यही था कि सीने को 56 इंच करके ही मैदान से वापस लौटेंगे, लेकिन जब भारतीय टीम उतरी तो इरादे में 56 दिन पुरानी गलती का असर दिखा.
काम ढंग का हो तो सीना 56 इंच का हो जाता है. लेकिन, जब उसी काम में चूक हो जाए तो कुछ वैसा ही होता है, जैसा पर्थ में टीम इंडिया के साथ देखने को मिला. मकसद तो यही था कि सीने को 56 इंच करके ही मैदान से वापस लौटेंगे, लेकिन जब भारतीय टीम उतरी तो इरादे में वो दम नहीं दिखा. नतीजा, ये हुआ कि 56 इंच सीना तो नहीं फूला, टीम इंडिया 56 दिन पुरानी गलती दोहराने की शिकार जरूर बन गई.
कहते हैं नई गलती करो पर एक ही गलती दोहराओ मत. पर्थ में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने गलती दोहराई वो भी 56 दिन पुरानी और नतीजा ये हुआ कि भारत 5 विकेट से मैच हार गया. भारत ने साउथ अफ्रीका के सामने 134 रन का लक्ष्य रखा था, जिसे उन्होंने 2 गेंद शेष रहते हासिल किया.
56 दिन पुरानी गलती दोहराने की सजा!
अब आप सोच रहे होंगे कि वो 56 दिन पुरानी गलती है क्या, जिसे टीम इंडिया ने दोहराया है. तो आपको बता दें कि उसकी गलती का कनेक्शन एशिया कप 2022 में 4 सितंबर को UAE में पाकिस्तान के खिलाफ खेले मुकाबले से जुड़ा है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उस मैच में जो गलती की थी, वही गलती ये 30 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पर्थ में दोहराता दिखा. और, असर देखिए कि दोनों मैच का नतीजा भी एक सा रहा. दोनों ही जगह भारत को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा.
ऐसी सूरत में दीपक हुड्डा को खिलाने का क्या फायदा?
भारतीय टीम ने जो गलती की वो दीपक हुड्डा को प्लेइंग इलेवन में चुनने को लेकर रही. कप्तान रोहित शर्मा ने जैसे एशिया कप में 4 सितंबर को खेले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ ऑलराउंडर दीपक हुड्डा को दिनेश कार्तिक की जगह प्लेइंग इलेवन में रखा था. ठीक उसी तरह पर्थ में 30 अक्टूबर को उन्होंने अक्षर पटेल की जगह हुड्डा को खिलाया.
लेकिन, दोनों ही मुकाबलों में रोहित ने दीपक हुड्डा से गेंदबाजी नहीं कराई. अब सवाल है कि अगर दीपक हुड्डा से गेंदबाजी करानी ही नहीं तो फिर प्लेइंग इलेवन में उन्हें शामिल ही क्यों किया. रही बात उनकी बल्लेबाजी की तो दोनों ही जगह वो बल्ले से भी नाकाम रहे. पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के मैच में वो सिर्फ 16 रन बना सके थे. जबकि पर्थ में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खाता भी नहीं खोल पाए.
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